SEO क्या है ?
SEO का पूरा नाम सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (search engine optimization) है, SEO एक process और procedure है, जिसके जरिये website को google के first page पर लाया जाता हैं, जिससे website का traffic increase होता है, और ये तो हम सभी जानते हैं कि किसी भी website के लिए traffic आना कितना ज्यादा जरूरी होताहै। क्योंकि बिना ट्रैफिक के वेबसाइट का कोई मतलब ही नही है।
SEO को पूरी और अच्छी तरह से समझने के लिए पहले ये भी जानना बहुत जरुरी है की आखिर सर्च इंजन क्या है और ये कैसे काम करता है | तो चलिए जानते हैं कि आखिर SEO यानी की सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन क्या है और क्यों जरूरी है।
SEO Website के लिए क्यों जरुरी है ?
आज का समय जब इन्टरनेट का हो गया है जहाँ लाखों -करोड़ों लोग अपने question को लेकर गूगल पर सर्च करते रहते हैं तो ऐसे समय में वो लोग जो ऑनलाइन अपना कोई बिज़नस करते हैं उनके लिए search engine optimization के जरिए अपनी वेबसाइट को गूगल के टॉप पर लाना क्यों जरूरी है।
- गूगल या किसी भी सर्च इंजन में जितने भी लोग अपनी क्वेरी से रिलेटेड सर्च करते हैं, उनमे से 65% लोग तो सिर्फ पहले 5 रिजल्ट पर ही क्लिक कर देते हैं तो इसलिए भी अगर आपको गूगल का जरिये ट्रैफिक चाहिए तो आपको अपने ब्लॉग या वेबसाइट को गूगल के टॉप 5 रिजल्ट में show करवाना पड़ेगा जिसमे आपकी मदद सिर्फ और सिर्फ web optimization यानी की SEOही कर सकता है।
- Search engine optimization से न सिर्फ आपको बहुत सारा ट्रैफिक google से मिलता है बल्कि अगर आप बहुत अच्छे तरीके से अपने ब्लॉग या वेबसाइट का search engine optimization करते हो तो आपके प्लेटफार्म का consumer एक्सपीरियंस बेहतर होता है आपकी वेबसाइट यूजर के मुताबिक improve होती चली जाती है।
- Search engine optimization आपकी वेबसाइट के सोशल मीडिया प्रमोशन के लिए भी बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। जो लोग गूगल के जरिये आपकी वेबसाइट पर आते हैं और वहां पर फेसबुक पेज,instagramपेज और ट्वीटर जैसे सोशल मीडिया के पेज देखते हैं। तो वो आपके बारे में और ज्यादा जान पाते हैं। इसलिए वो सभी लोग आपको आपकी वेबसाइट से ही आपको सोशल मीडिया पर भी फॉलो करते हैं |
- किसी भी वेबसाइट की सबसे बड़ी जरुरत होती है ट्रैफिक, मतलब की ज्यादा से ज्यादा लोग उनकी वेबसाइट पर आये और साथ ही उन्हें इसके लिए पैसे भी खर्च न करने पड़े ताकि उनकी cost कम हो तो, इसके लिए search engine marketing सबसे बेस्ट है। search engine marketing में आपको ज्यादा कुछ पैसा लगाना नही पड़ता है हाँ थोडा धैर्य और मेहनत लगती है।
- आप जब भी किसी paid तरीके से अपने वेबसाइट का प्रमोशन करते है, तो लोग आपकी वेबसाइट पर तभी तक आते हैं जब तक आप पैसे देकर अपने प्रमोशन चलाते रहते हैं। लेकिन search engine optimization के जरिये जब आप एक बार अपनी वेबसाइट को गूगल के टॉप पर लेके आ जाते हो तो आपको लंबे समय तक के लिए ट्रैफिक मिलता रहता है।
- अगर आपकी वेबसाइट गूगल के टॉप पेज पर होती है तो आपकी वेबसाइट को एक बहुत ही valubaleवेबसाइट माना जाता है और automatically लोग भी आपको contact करने की कोशिश करते हैं। फिर आपको अपने बिज़नस के बारे में लोगों को बताने की जरुरत नही पड़ती बल्कि लोग खुद आपके बिज़नस के बारे जानना चाहते हैं और ये सब search engine optimization के जरिये ही सम्भव हो सकता है।
- जब भी आप ब्लॉग बनाते हो या फिर आप अपनी वेबसाइट पर कोई पोस्ट डालते हैं, तो आपको अपने ब्लॉग या वेबसाइट पर कुछ पोस्ट करते हैं तो उसे Google की लिस्ट में जरुर शामिल करना है तभी गूगल आपकी वेबसाइट को देख पायेगा जिसके लिए आपको Google Search console में रजिस्टर करके वहां पर अपने वेबसाइट को सबमिट करना है |
Search Engine Optimization (SEO) के लाभ
Search engine optimization ऑनलाइन मार्केटिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि खोज उन प्राथमिक तरीकों में से एक है जिससे उपयोगकर्ता वेब पर नेविगेट करते हैं।
Search results एक आदेशित सूची में प्रस्तुत किए जाते हैं, और उस सूची में एक साइट जितनी ऊपर उठ सकती है, साइट को उतना ही अधिक ट्रैफ़िक प्राप्त होगा। उदाहरण के लिए, किसी विशिष्ट खोज क्वेरी के लिए, नंबर एक परिणाम को उस क्वेरी के लिए कुल ट्रैफ़िक का 40-60% प्राप्त होगा, जिसमें नंबर दो और तीन परिणाम काफ़ी कम ट्रैफ़िक प्राप्त करेंगे। केवल 2-3% खोजकर्ता ही खोज परिणामों के प्रथम पृष्ठ के आगे क्लिक करते हैं। इस प्रकार, खोज इंजन रैंकिंग में एक छोटे से सुधार के परिणामस्वरूप वेबसाइट को अधिक ट्रैफ़िक और संभावित व्यवसाय प्राप्त हो सकता है।
इस वजह से, कई व्यवसाय और वेबसाइट के मालिक खोज परिणामों में हेरफेर करने की कोशिश करेंगे ताकि उनकी साइट उनके प्रतिस्पर्धियों की तुलना में खोज परिणाम पृष्ठ (SERP) पर अधिक दिखाई दे। यहीं पर SEO आता है।
SEO कितने प्रकार के होते हैं?
अब आपने ये तो समझ लिया की search engine optimization क्या है और web optimization क्यों जरुरी है, अब हम search engine optimization कितने प्रकार के होते हैं ये जानने वाले हैं।
SEO basicallyदो प्रकार के होते हैं। पहला होता है on web page search engine optimization और दूसरा होता है off page seo.
On-Page search engine optimization –
On-Page search engine marketing यह सुनिश्चित करता है कि Google को आपके webpages मिले ताकि वे उन्हें खोज परिणामों में दिखा सके। इसमें अच्छी तरह से विस्तृत और उपयोगी content शामिल होते हैं, जिन्हें आप दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
Off-Page Website positioning –
Off-Page search engine marketing Google को बताता है कि अन्य websites आपकी site के बारे में क्या सोचते हैं।यह अन्य internet site को Backlink बनने या उनके content को अधिक उपयोगी और संपूर्ण बनाने के लिए अपनी website को Focus करने पर केंद्रित होता है और इसमे Link Building एक अहम section माना जाता है।
टेक्निकल search engine optimization –
टेक्निकल SEO होता है जैसे आपके ब्लॉग पर कुछ ऐसी फालतू फाइल्स होते हैं जो आपके search engine optimization के स्कोर को घटा सकते हैं इसलिए आपको अपने ब्लॉग के seoऑडिट करते रहना है गूगल पर आपको काफी सारे फ्री टूल्स मिलते हैं जहाँ आप अपने ब्लॉग के seoका technical प्रॉब्लम देख सकते हो इसके अलावा आप गूगल सर्च कंसोल पर भी अपने ब्लॉग error देख सकते हो |
SEO का क्या काम होता है –
अगर आप Google पर जाकर कुछ भी Keywords Search करते है, तो उस कीवर्ड्स से संबंधित जो भी Content या जानकारी होती है वो हमें Google दिखा देता है, यह सभी जानकारी अलग-अलग वेबसाइट से आती है।
जो वेबसाइट हमारे द्वारा Search किये Keywords पर सबसे ऊपर आती है वह गूगल पर पहली रैंक हासिल किये हुए है। पहली रैंक हासिल करने के पीछे उस वेबसाइट या ब्लॉग पर SEO का बहुत अच्छे तरीके से इस्तेमाल किया गया है, जिससे उस वेबसाइट या ब्लॉग पर ज्यादा से ज्यादा विज़िटर आते है और हम जानते है की जितने ज्यादा विज़िटर उतनी ज्यादा कमाई।
अगर चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा छात्र आपकी वेबसाइट की तरफ आकर्षित हों, तो हमारे साथ जुड़ कर ये काम आसानी से कर सकते हैं। क्योंकि हम वेबसाइट के लिए एससीओ सर्विस प्रोवाइड करते हैं, जो कि आपके लिए बेहद ही फायदेमंद हैं।
Search engine optimization के तकनीक
यह समझना कि Search engine कैसे काम करते हैं, साइट की search rankings में सुधार करने की प्रक्रिया का पहला चरण है। वास्तव में साइट के रैंक में सुधार करने के लिए search के लिए साइट को अनुकूलित करने के लिए विभिन्न SEO Techniques का लाभ उठाना शामिल है:
- कीवर्ड रिसर्च (Keyword research) – Keyword research अक्सर SEO के लिए शुरुआती बिंदु होता है, और इसमें यह देखना शामिल होता है कि साइट पहले से ही किन खोजशब्दों के लिए रैंकिंग कर रही है, कौन से खोजशब्द प्रतियोगियों के लिए रैंक करते हैं, और अन्य खोजशब्द संभावित ग्राहक क्या खोज रहे हैं। Google search और अन्य search engines में खोजकर्ता द्वारा उपयोग किए जाने वाले शब्दों की पहचान करने से यह दिशा मिलती है कि कौन सी मौजूदा सामग्री को अनुकूलित किया जा सकता है और कौन सा नया कंटेंट बनाई जा सकती है।
- लिंक निर्माण (Link Building) – बाहरी वेबसाइटों के लिंक को (एसईओ भाषा में “बैकलिंक्स” कहा जाता है) Google और अन्य प्रमुख सर्च\ इंजनों में मुख्य रैंकिंग कारकों (core ranking factors) में से एक हैं, उच्च गुणवत्ता वाले बैकलिंक्स (high-quality backlinks ) प्राप्त करना SEO के मुख्य लीवरों में से एक है। इसमें अच्छे कंटेंट को बढ़ावा देना, अन्य वेबसाइटों तक पहुंचना और वेबमास्टरों के साथ संबंध बनाना, वेबसाइटों को relevant , वेब निर्देशिकाओं (directories) में सबमिट करना और अन्य वेबसाइटों से लिंक आकर्षित करने के लिए प्रेस प्राप्त करना शामिल हो सकता है।
- कंटेंट बिल्डिंग (Content Building) – एक बार potential keywords की पहचान हो जाने के बाद, कंटेंट मार्केटिंग चलन में आ जाता है। यह मौजूदा कंटेंट को अपडेट कर सकता है या कंटेंट के बिल्कुल नए टुकड़े बना सकता है। चूंकि Google और अन्य सर्च इंजन उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री (High quality content ) पर एक नजर रखते हैं, इसलिए यह शोध करना महत्वपूर्ण है कि कौन सा कंटेंट पहले से मौजूद है और ऐसे कंटेंट को एक सम्मोहक टुकड़ा बनाएं जो एक सकारात्मक उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करे और सर्च इंजन परिणामों में उच्च रैंकिंग का मौका दे। अच्छे कंटेंट को सोशल मीडिया पर साझा किए जाने और लिंक को आकर्षित करने की अधिक संभावना होती है।
- ऑन पेज ऑप्टिमाइजेशन (On-page optimization) – लिंक जैसे ऑफ-पेज फैक्टर के अलावा, पेज की वास्तविक संरचना में सुधार से SEO के लिए जबरदस्त लाभ हो सकते हैं, और यह एक ऐसा कारक है जो पूरी तरह से वेबमास्टर के नियंत्रण में है। सामान्य ऑन-पेज ऑप्टिमाइज़ेशन तकनीकों में कीवर्ड को शामिल करने के लिए पेज के URL को ऑप्टिमाइज़ करना, प्रासंगिक खोजशब्दों (incorporate keywords) का उपयोग करने के लिए पेज के शीर्षक टैग को अपडेट करना और छवियों (Image) का वर्णन करने के लिए alt विशेषता का उपयोग करना शामिल है। किसी पृष्ठ के मेटा टैग (जैसे मेटा विवरण टैग) को अपडेट करना भी फायदेमंद हो सकता है– इन टैगों का खोज रैंकिंग पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन SERPs से क्लिक-थ्रू दर बढ़ा सकते हैं।
- सिमेंटिक मार्कअप – एक अन्य SEO रणनीति (strategy) जिसका उपयोग SEO विशेषज्ञ करते हैं, वेबसाइट के सिमेंटिक मार्कअप को ऑप्टिमाइज़ करना। सिमेंटिक मार्कअप (जैसे Schema.org) का उपयोग किसी पृष्ठ पर कंटेंट के पीछे के अर्थ का वर्णन जानने\ के लिए किया जाता है, जैसे कि यह पहचानने में मदद करना कि कंटेंट के एक टुकड़े का लेखक कौन है या किसी पृष्ठ पर विषय और कंटेंट का प्रकार है। सिमेंटिक मार्कअप का उपयोग करने से खोज परिणाम पृष्ठ में रिच स्निपेट प्रदर्शित करने में मदद मिल सकती है, जैसे अतिरिक्त टेक्स्ट, समीक्षा सितारे, और यहां तक कि छवियां भी। SERPs में रिच स्निपेट्स का खोज रैंकिंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है, लेकिन खोज से CTR में सुधार हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप ऑर्गेनिक ट्रैफ़िक में वृद्धि हो सकती है।
- साइट आर्किटेक्चर ऑप्टिमाइजेशन – बाहरी लिंक केवल एक चीज नहीं है जो SEO के लिए मायने रखती है, आंतरिक लिंक (किसी की अपनी वेबसाइट के भीतर के लिंक) SEO में भी बड़ी भूमिका निभाते हैं। इस प्रकार एक सर्च इंजन अनुकूलक (optimizer) यह सुनिश्चित करके साइट के एसईओ में सुधार कर सकता है कि मुख्य पृष्ठों को लिंक किया जा रहा है और उन लिंक में Relevant एंकर टेक्स्ट का उपयोग विशिष्ट शब्दों के लिए पृष्ठ की प्रासंगिकता (Relevance) को बेहतर बनाने में मदद के लिए किया जा रहा है। एक्सएमएल साइटमैप (XML Sitemap) बनाना भी बड़े पेजों के लिए एक अच्छा तरीका हो सकता है जिससे सर्च इंजन को साइट के सभी पेजों को खोजने और क्रॉल करने में मदद मिल सके।
सर्वश्रेष्ठ एसइओ टूल्स ( Best SEO Tools)
काफी तकनीकी अनुशासन के रूप में, ऐसे कई टूल और सॉफ़्टवेयर हैं जिन पर SEO वेबसाइटों को अनुकूलित करने में सहायता करता है। नीचे कुछ सामान्य रूप से उपयोग किए जाने वाले निःशुल्क और सशुल्क टूल दिए गए हैं जो निम्न प्रकार है:
- गूगल सर्च कंसोल (Google Search Console) – गूगल सर्च कंसोल (जिसे पहले “Google वेबमास्टर टूल्स” के रूप में जाना जाता था) Google द्वारा प्रदान किया गया एक निःशुल्क टूल है और SEO के टूलकिट में एक मानक टूल है। GSC शीर्ष कीवर्ड और पृष्ठों के लिए रैंकिंग और ट्रैफ़िक रिपोर्ट प्रदान करता है, और साइट पर तकनीकी समस्याओं की पहचान करने और उन्हें ठीक करने में मदद कर सकता है।
- Google Ads कीवर्ड प्लानर – कीवर्ड प्लानर Google द्वारा उनके Google Ads उत्पाद के हिस्से के रूप में प्रदान किया गया एक और निःशुल्क टूल है। भले ही इसे सशुल्क खोज के लिए डिज़ाइन किया गया हो, यह SEO के उपयोग करने के लिए एक बढ़िया उपकरण हो सकता है क्योंकि यह कीवर्ड सुझाव और कीवर्ड खोज मात्रा प्रदान करता है, जो कीवर्ड शोध करते समय सहायक हो सकता है।
- गूगल एनालिटिक्स (Google Analytics) – Google Analytics एक वेब विश्लेषिकी सेवा (web analytics service) है जो सर्च इंजन अनुकूलन (SEO) और मार्केटिंग उद्देश्यों के लिए आँकड़े और बुनियादी विश्लेषणात्मक उपकरण (basic analytical tools) प्रदान करती है, और वेबसाइट के प्रदर्शन को ट्रैक करने और विज़िटर अंतर्दृष्टि (visitor insights) को एकत्र करने के लिए किया जाता है।। यह सेवा Google Marketing Platform का हिस्सा है और Google खाते वाले किसी भी व्यक्ति के लिए निःशुल्क उपलब्ध है।
- बैकलिंक Analysis tools – कई लिंक विश्लेषण उपकरण हैं, दो प्राथमिक एएचआरईएफ (AHREFs) और मैजेस्टिक (Majestic) हैं। बैकलिंक विश्लेषण उपकरण उपयोगकर्ताओं को यह विश्लेषण करने की अनुमति देते हैं कि कौन सी वेबसाइटें अपनी वेबसाइट, या प्रतिस्पर्धियों (competitors) की वेबसाइटों से लिंक कर रही हैं, और लिंक निर्माण के दौरान नए लिंक खोजने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है।
- SEO प्लेटफॉर्म – ऐसे कई अलग-अलग SEO प्लेटफॉर्म हैं जो साइटों को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए SEO के लिए आवश्यक कई टूल एक साथ आते हैं। कुछ सबसे लोकप्रिय में Moz, BrightEdge, Searchmetrics और Linkdex शामिल हैं। ये प्लेटफॉर्म कीवर्ड रैंकिंग को ट्रैक करते हैं, कीवर्ड रिसर्च में मदद करते हैं, ऑन-पेज और ऑफ-पेज एसईओ अवसरों की पहचान करते हैं, और एसईओ से संबंधित कई अन्य कार्य करते हैं।
SEO से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
1. SEO क्या है?
SEO का मतलब सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन है, जो ऑर्गेनिक सर्च इंजन रिजल्ट के जरिए आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने की प्रथा है।
2. SEO कितने प्रकार के होते हैं?
एक अच्छी तरह कार्बनिक खोज रणनीति (organic search strategy) के लिए आपको तीन प्रकार के एसईओ की आवश्यकता होती है: ऑन-पेज एसईओ, तकनीकी एसईओ, और ऑफ-पेज एसईओ।
3. SEO का महत्व क्या है?
SEO ऑर्गेनिक सर्च इंजन परिणामों के माध्यम से आपकी वेबसाइट पर ट्रैफ़िक की मात्रा और गुणवत्ता बढ़ाने का अभ्यास है। जब कोई आपके उद्योग में किसी शब्द की खोज करता है तो आपके ब्रांड की ऑनलाइन दृश्यता उच्च रैंकिंग बढ़ जाती है। यह, बदले में, आपको योग्य संभावनाओं को ग्राहकों में बदलने के अधिक अवसर देता है। जब सही तरीके से किया जाता है, तो SEO आपके ब्रांड को एक भरोसेमंद कंपनी के रूप में दूसरों से ऊपर खड़ा करने में मदद कर सकता है और आपके ब्रांड और वेबसाइट के साथ उपयोगकर्ता के अनुभव को और बेहतर बना सकता है।
4. मैं अपनी वेबसाइट पर SEO कैसे सुधार सकता हूँ?
अपनी साइट की रैंकिंग (एसईओ) में सुधार करने के पांच तरीके है जो आपकी वेबसाइट को खोज-इंजन परिणामों (search engine results) के शीर्ष (Top) पर रैंक करा सकते है। जो निम्न प्रकार है:
- प्रासंगिक, आधिकारिक सामग्री प्रकाशित करें (Publish Relevant, Authoritative Content)
- साप्ताहिक रूप से आपना कन्टेंट अपडेट करें। (Update Your Content weekly)
- मेटा डिस्क्रिप्शन। (Meta discription)
- एक लिंक-योग्य साइट। (Have a link-worthy site)
- ऑल्ट टैग का प्रयोग करें। (Use alt tags)
5. SEO की लागत कितनी है?
SEO की लागत निर्भर करती है। आप इसे अपने लिए संभालने के लिए एक पेशेवर को काम पर रख सकते हैं, या आप खुद सब कुछ कर सकते हैं। इसे स्वयं करने में बहुत अधिक समय लगेगा, और आपको सीखने की अवस्था का हिसाब देना होगा। हालाँकि, अधिकांश भाग के लिए, आप इसे लगभग मुफ्त में कर सकते हैं यदि आप सब कुछ अपने दम पर करते हैं।
6. SEO टूल्स क्या हैं?
SEO टूल्स आपकी वेबसाइट के समग्र स्वास्थ्य (overall health) और सफलता के बारे में डेटा और अलर्ट प्रदान करते हैं। वे अवसर के क्षेत्रों (areas of opportunity) को उजागर करने में मदद करते हैं और उन कमजोरियों या मुद्दों की पहचान करते हैं जो आपको SERPs में रैंकिंग और कमाई की दृश्यता से रोक सकते हैं।
अंतिम शब्द (Final Words)
मुझे उम्मीद है कि इस गाइड ने आपकी बहुत मदद की है क्योंकि जानने के लिए बहुत कुछ है। जैसे ही आप SEO मार्केटिंग की सफलता की ओर अपना रास्ता बनाते हैं, SEO और सामग्री निर्माण (content creation) के बारे में सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इसके लिए, कड़ी मेहनत की आवश्यकता होती है – इसमें में कोई शॉर्टकट नहीं। यदि आपको प्रतिस्पर्धियों के बीच बाहर खड़े होने का कोई मौका चाहिए तो आपको चीजों को सही करना होगा और ऊपर और आगे जाना होगा।